Privatization in India -निजीकरण सही है या गलत ?
निजीकरण के कुछ फायदे है तो कुछ नुकसान - निजीकरण के फायदे - सरकार को धन की प्राप्ति होगी । निजीकरण के लोग बहुत फायदे मानते होंगे परंतु में जनता के शोषण के अलावा और कोई फायदा नही मानता। निजीकरण के नुकसान- सरकारी नोकरियों में कमी आएगी । समाज की भलाई को छोड़कर मुनाफा कमाना मुख्य मकसद होगा । संस्था की विश्वसनीयता में कमी आएगी । भ्रष्टाचार में बढ़ोतरी होगी । ठेकेदारों की कमाई होगी । निजीकरण के उदाहरण- सड़क ठेकेदार बना रहे है पर घटिया सड़के बना रहे है 6 महीने में टूट जाती है । BSNL को बिकने के बाद प्राइवेट कंपनियों के जो मर्ज़ी ग्राहकों से धन वसूली करेगी और घाटे का रोना रोती रहेगी जैसा आज बिजली कंपनिया कर रही है। ठेकेदार और अधिकारी मिलीभगत कर खूब धन कमाएंगे और घटिया काम करने के बाद भी ठेकेदार को कोई कुछ नही कहेगा जैसा आज डेवलोपमेन्ट अथॉरिटीज में खेल चल रहा है । रेलवे के निजीकरण से रेल टिकटों की कीमतों में भारी वृद्धि देखने को मिलेगी जैसा कि तेजस ट्रेनों में देखने को मिल रहा है। देश की जनता कुछ पूंजीपतियों की गुलाम बनकर रह जायेगी । निजीकरण गुलामी की और बढ़...