फ़ोटो भी खीच
हमारे एक पडोसी हे, नाम हे उन सज्जन का रामभारॊसे,वो खाने के तो इतने शोकिन
नही हे, लेकिन पीने के बाद्शाह हे,अभी कल की बात हे, दफ़तर से सीधे पहुच
गये दुकान पर, वहां से ली पुरी बोटेल जानी वाकर की,अब बाहर निकले ओर साथ मे
बोटेल का ढाकन खोला, ओर थोडी थोडी लगे पीने,साथ मे गुनगुनाते हुये घर की
तरफ़ चल पडे, थोडी थोडी बरसात भी हो रही थी सुबह से,इस कारण रास्तो पर कीचड
भी था, ओर थोडा नशा भी चढ गया था,ओर थोडा थोडा अन्धेरा भी हो गया था,
रामभारोसे पेर फ़िसलने के कारण जमीनं पर गिरे,तभी आस्मान मे जोरो से बिजली चमकी,अब
रामभारोसे ऊपर की ओर देख कर बोले वाह वाह भगवान एक तो गिरा दिया, ऊपर से
फ़ोटो भी खीच लिया |
नही हे, लेकिन पीने के बाद्शाह हे,अभी कल की बात हे, दफ़तर से सीधे पहुच
गये दुकान पर, वहां से ली पुरी बोटेल जानी वाकर की,अब बाहर निकले ओर साथ मे
बोटेल का ढाकन खोला, ओर थोडी थोडी लगे पीने,साथ मे गुनगुनाते हुये घर की
तरफ़ चल पडे, थोडी थोडी बरसात भी हो रही थी सुबह से,इस कारण रास्तो पर कीचड
भी था, ओर थोडा नशा भी चढ गया था,ओर थोडा थोडा अन्धेरा भी हो गया था,
रामभारोसे पेर फ़िसलने के कारण जमीनं पर गिरे,तभी आस्मान मे जोरो से बिजली चमकी,अब
रामभारोसे ऊपर की ओर देख कर बोले वाह वाह भगवान एक तो गिरा दिया, ऊपर से
फ़ोटो भी खीच लिया |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें