Hindi Bollywood lyrics song tadap tadap ke is dil se aah nikalti rahi
Tadap-Tadap ke is dil se aah nikalti rahi -
तड़प तड़प के इस आह निकलती रही
मुझको सजा दी प्यार की, ऐसा क्या गुनाह कियातो लूट गए, हाँ लूट गए
तो लूट गए हम तेरी मोहोबत में.…।
------------------ फिल्म - हम दिल दे चुके सनम -----------------------
बेजान दिल को, बेजान दिल को, बेजान दिल को...
तेरे इश्क़ ज़िंदा किया
फिर तेरे इश्क़ ने ही इस दिल को तबाह किया ।
तेरे इश्क़ ज़िंदा किया
फिर तेरे इश्क़ ने ही इस दिल को तबाह किया ।
तड़प इस दिल से आह निकलती रही
मुझको सजा दी प्यार की, ऐसा क्या गुनाह किया।।
तो लूट गए, हां लूट गए...
तो लूट गए हम तेरी मोहबत में....
तो लूट गए हम तेरी मोहबत में....
अजब है इश्क़ यारा
पल दो पल की खुशियां
ग़म के ख़ज़ाने में लूटे है,
फिर मिलती है तन्हाईयाँ
कभी आंसू,कभी आहें, कभी शिकवे, कभी नालें
तेरा चेहरा नज़र आये ।
तेरा चेहरा नज़र आये ।
मुझे दिन के उजालो में तेरी यादें तड़पाये।
तेरी यादें तड़पाये रातों के अंधेरो में
चेहरा नज़र आये।
मचल मचल के इस आह निकलती रही
मुझको सजा दी प्यार की, ऐसा क्या गुनाह किया
तो लूट गए, हाँ लूट गए
तो लूट गए मोहोबत में
अगर मिले खुदा तो
पूछूंगा खुदाया
जिस्म मुझे दे के मिटटी का
शीशे सा दिल क्यों बनाया
और उस पर दिया फितरत के वो करता है मोहोबत
वाह रे वाह तेरी कुदरत
वाह रे वाह तेरी कुदरत
उस पे दे दिया किस्मत
कभी है मिलन, कभी फ़ुर्क़त
कभी है मिलन, कभी फ़ुर्क़त
है यही क्या मोहोबत
वाह रे वाह कुदरत
सिसक सिसक के इस आह निकलती रही
मुझको सजा दी प्यार की, ऐसा क्या गुनाह किया
तो लूट गए, हाँ लूट गए
तो लूट गए हम तेरी मोहोबत में
तड़प तड़प के इस आह निकलती रही
मुझको सजा दी प्यार की, ऐसा क्या गुनाह किया
तो लूट गए, हाँ लूट गए
तो लूट गए हम तेरी मोहोबत में.…।
मुझको सजा दी प्यार की, ऐसा क्या गुनाह किया।।
तो लूट गए, हां लूट गए...
तो लूट गए हम तेरी मोहबत में....
तो लूट गए हम तेरी मोहबत में....
अजब है इश्क़ यारा
पल दो पल की खुशियां
ग़म के ख़ज़ाने में लूटे है,
फिर मिलती है तन्हाईयाँ
कभी आंसू,कभी आहें, कभी शिकवे, कभी नालें
तेरा चेहरा नज़र आये ।
तेरा चेहरा नज़र आये ।
मुझे दिन के उजालो में तेरी यादें तड़पाये।
तेरी यादें तड़पाये रातों के अंधेरो में
चेहरा नज़र आये।
मचल मचल के इस आह निकलती रही
मुझको सजा दी प्यार की, ऐसा क्या गुनाह किया
तो लूट गए, हाँ लूट गए
तो लूट गए मोहोबत में
अगर मिले खुदा तो
पूछूंगा खुदाया
जिस्म मुझे दे के मिटटी का
शीशे सा दिल क्यों बनाया
और उस पर दिया फितरत के वो करता है मोहोबत
वाह रे वाह तेरी कुदरत
वाह रे वाह तेरी कुदरत
उस पे दे दिया किस्मत
कभी है मिलन, कभी फ़ुर्क़त
कभी है मिलन, कभी फ़ुर्क़त
है यही क्या मोहोबत
वाह रे वाह कुदरत
सिसक सिसक के इस आह निकलती रही
मुझको सजा दी प्यार की, ऐसा क्या गुनाह किया
तो लूट गए, हाँ लूट गए
तो लूट गए हम तेरी मोहोबत में
तड़प तड़प के इस आह निकलती रही
मुझको सजा दी प्यार की, ऐसा क्या गुनाह किया
तो लूट गए, हाँ लूट गए
तो लूट गए हम तेरी मोहोबत में.…।
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