प्रेरणास्पद शायरी,

विपत्ति का सामना जो हंस के कर पायेगा,
जग में उसी का नाम रह जाएगा,
तपने उपरान्त सोने की पहचान बनती है|
सतत परिश्रम ही इंसान बनाती है...




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