एक जबरदस्त किस्सा..हस्ते हस्ते पागल कर देने वाला चुटकुला
एक जबरदस्त किस्सा..हस्ते हस्ते पागल कर देने वाला चुटकुला और किस्सा और कहानी
एक मूर्ख लड़के की शादी हो गयी। शादी के बाद ससुराल वालों को पता चला कि लड़का बेवकूफ है। लेकिन इस बात का पता किसी को भी नहीं चला, इसलिए वे चुप रहे। शादी के कुछ दिन बाद अपनी दुलहन को लेने के लिये लड़का ससुराल जाने लागा तो उसकी समझदार मां ने समझाया-बेटा ससुराल में सब बडों को प्रणाम करना,
आदर के साथ बोलना तथा छोटों से प्यार से बोलना।
लड़के ने कहा -अच्छा माँ । और कुछ?
मां बोली-हां बेटा, एक बात और करना कि वहां जो भी बोले शुद्ध-शुद्ध बोलना ।
लड़का बोला - शुद्ध-शुद्ध बोलना ! इसका क्या मतलब है?
मतलब यह कि बेटा वहां जब कोई पूछे खाना कैसा बना है ? तो यह न कहना कि खाना अच्छा बना है। कहना की -भोजन बड़ा स्वादिष्ट है। और हां, पानी को पानी न कहना, जल कहना ताकि लोग समझें कि दामाद पढ़ा-लिखा विद्वान है।
लड़के ने माँ की बात गांठ बांध ली तथा ससुराल के लिए चल पड़ा।
ससुराल में उसके सभ्य व्यवहार से सब लोग चकित रह गये। वे समझे कि किसी ने उनको भड़काने के लिये दूल्हे के बारे में अफवाह उड़ा दी है कि वह पागल है। ऐसा सुन्दर, सुशिल दामाद उन लोगों ने आसपास कहीं नहीं देखा था।
फिर भी गांव की महिलाओं में उत्सुकता थी, इसलिए वे खाना खिलाने के समय किसी न किसी बहाने आंगन में जमा थीं।
खाने के दौरान सास ने पूछा - बेटा ,खाना कैसा बना है?
दामाद जी विनम्रता से बोले - माताजी ,भोजन तो बड़ा स्वादिष्ट बना है।
इस पर सास से अपनी प्रसन्नता छिपाये नहीं छिपी - वह आसपास की महिलाओं से घमंड के स्वर में बोली - देखा,तुम सब लोग कहते थे कि हमारा दामाद पागल है, हमारा दामाद पागल है। हमार दामाद तो देखा कीतना बड़ा ज्ञानी है कहता है की -’भोजन बड़ा स्वादिष्ट है।’
लड़के ने भी इस कानाफूसी वार्तालाप को सुन लिया। उससे भी रहा न गया, और बोला:- तुम तो इतने में ही उछलने लगी। अगर मैं पानी को जल कह दूंगा तो तो तुम्हारी जान ही निकल जायेगी।
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