दोस्ती एक ....

दोस्ती अच्छी हो तोह रंग लाती है,
दोस्ती गहरी हो तोह सबको भाति है,
दोस्ती नादाँ हो तोह टूट जाती है,
पर अगर दोस्ती अपने जैसी हो….
….तोह इतिहास बनाती है !

जान है मुझको ज़िन्दगी से प्यारी,
जान के लिए कर दूं कुर्बान यारी,
जान के लिय तोड़ दूं दोस्ती तुम्हारी,
अब तुमसे क्या छुपाना,
तुम ही तोह हो जान हमारी !

तुमसे दूरी का एहसास सताने लगा,
तेरे साथ गुज़रा हर लम्हा याद आने लगा,
जब भी तुझे भूलने की कोशिश की ए दोस्त,
तू दिल के और भी करीब आने लगा !

ज़िन्दगी नहीं हमें दोस्तों से प्यारी,
दोस्तों पे हाज़िर है जान हमारी,
आँखों में हमारी आंसूं है तोह क्या,
जान से भी प्यारी है मुस्कान तुम्हारी !

दोस्ती तोह सिर्फ एक इत्तेफाक है,
यह तोह दिलों की मुलाक़ात है,
दोस्ती नहीं देखती यह दिन है की रात है,
इसमें तोह सिर्फ वफादारी और जस्बात है !

रातें गुमनाम होती है,
दिन किसी के नाम होता है,
हम ज़िन्दगी कुछ इस तरह जीते है,
की हर लम्हा दोस्तों के नाम होता है!

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